Traffic Challan : कर्नाटक पुलिस विभाग में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से संभालने के लिए एक नई व्यवस्था शुरू की है। अब स्पीड गन के साथ ही पुलिस विभाग के पास नई टेक्नोलॉजी भी होगी। कर्नाटक के एडीजीपी अलोक कुमार ने बताया कि 2 जुलाई से पूरे बेंगलुरु-मैसूर रोड नेटवर्क को इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) से लैस किया जाएगा।
पहले दिसंबर 2022 में इस सिस्टम को पूरे बेंगलुरु में स्थापित किया गया था। ITMS टेक्नोलॉजी के तहत 50 प्रमुख जंक्शनों पर 250 ऑटोमैटिक नंबर प्लेट पहचान (एएनपीआर) कैमरे और 80 रेड लाइट से जुड़े नियमों का पता लगाने वाले (आरएलवीडी) कैमरे शामिल है। इस टेक्नोलॉजी से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर निगरानी रखी जाएगी।
8.5 करोड़ से लगे ANPR कैमरे
अब ITMS का विस्तार मैसूर तक हो गया है और इसमें 8.5 करोड़ रुपये की लागत से प्रमुख सड़कों पर ANPR कैमरे लगाए गए है। इसके तहत अब 1 जुलाई से मैसूर में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर तुरंत कार्रवाई होगी।
1 जुलाई के बाद जो कोई ट्रैफिक नियम तोड़ेगा उसके मोबाइल नंबर पर चालान की रसीद भेज दी जाएगी। कैमरों की मदद से हुनसूर, एचडी कोटे, नंजनगुड और टी नरसीपुर सहित कई क्षेत्रों की निगरानी की जाएगी।
ITMS के तहत तुमकुरु रोड (एनएच 4), कनकपुरा रोड (एनएच 948), होसुर रोड (एनएच 44) और एनएच 75 शामिल है। इन हाईवे पर ड्राइवरों को अब रियल टाइम ट्रैफिक और सड़क की घटनाओं के बारे में बताने के लिए VMS भी होंगे। बेंगलुरु मैसूर हाईवे के लिए अब अधिक ITMS और VMS कैमरे लगाने के लिए राज्य सड़क परिवहन प्राधिकरण ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और जुलाई में इसके टेंडर जारी किए जाएंगे।
अन्य मामलों पर भी हुई चर्चा
1 जून को हुई बैठक में राज्य ट्रैफिक पुलिस और सड़क सुरक्षा ब्रांच ने टोल गेटों पर स्यतेम के साथ फास्टैग वॉलेट को जोड़ने पर चर्चा की है। जिससे सीधा फास्टैग वॉलेट से यातायात जुर्माना काटा जा सके। एडीजीपी ने मंजूरी के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) को लैटर लिखकर जानकारी देने की योजना बनाई।