Petrol Pump Scam : आप लोग जरूर कभी ना कभी पेट्रोल पंप पर पेट्रोल, डीजल या सीएनजी भरवाने जाते होंगे। लेकिन उस समय आपको बहुत ही सावधान रहना होता है क्योंकि पेट्रोल पंप पर काम कर रहे कर्मचारी आपकी नजर में बचाते हुए गड़बड़ी कर देते हैं और आपको कम फ्यूल डाल देते है।
इन दिनों पेट्रोल पंप से जुड़े कई स्कैम सामने आ रहे हैं, जिनमें से तीन मामले ऐसे है जो आप नजरअंदाज कर देते है। लेकिन इनकी वजह से आपकी कार में नुकसान हो सकता है या ज्यादा पैसे खर्च कर हो सकते हैं।
पेट्रोल पंप पर हो सकता है ये स्कैम
अक्सर लोग पेट्रोल पंप पर जाकर 200, 400, 500 रुपये के राउंड फिगर में फ्यूल भरवाते है। इससे नुकसान हो सकता है क्योंकि कई पेट्रोल पंप पर मशीनों को मैन्युप्लेट करके रखा जाता है जिसकी वजह से शॉर्ट फ्यूलिंग हो जाती है। इसका मतलब जितना फ्यूल जाना चाहिए उससे कम जाता है। इसलिए हमेशा इससे 2 या 3 रुपये ऊपर फ्यूल भरवाना चाहिए।
डेंसिटी करें चेक
पेट्रोल भरवाते समय मीटर पर जरूर ध्यान रखें कि पेट्रोल जीरो से भरना चालू हो और अगर पहले से रकम लिखी आ रही है तो आपके साथ धोखा हो सकता है। इसके अलावा डेंसिटी भी चेक करनी चाहिए जो पेट्रोल और डीजल की शुद्धता के बारे में बताती है।
ऐसे चेक करें डेंसिटी
पेट्रोल की डेंसिटी 730 से 850 किलोग्राम प्रति क्यूबिक होती है और अगर ये 730 से कम है तो समझ लेना चाहिए कि पेट्रोल में पानी की मिलावट है। जबकि डीजल की डेंसिटी 830 से 900 किलोग्राम प्रति क्यूबिक होती है। अगर इससे कम डेंसिटी आती है तो आप मिलावट की शिकायत पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से करनी चाहिए। अगर आपकी शिकायत पर कोई स्टेप नहीं लिया जाता तो आप कंज्यूमर फोरम में केस कर सकते है।
मीटर से ऊपर प्राइस जंप
अगर फ्यूल भरवाते समय प्राइस 3-4 रुपये जंप हो तो सही है, लेकिन ये 40-50 रुपये एक साथ जंप होती है तो मीटर के साथ जरूर छेड़छाड़ की गई है। आपको इसकी तुरंत शिकायत करनी चाहिए।