When to Use Hazard Lights : हैजर्ड लाइट आजकल फोर व्हीलर के साथ ही टू व्हीलर में भी दी जाने लगी है और यह एक वार्निंग लाइट है। इसे इमरजेंसी के रूप में जलाया जाता है जिससे अन्य ड्राइवर सतर्क हो जाए। लेकिन अधिकतर लोगों को नहीं पता है कि ये कब जलानी चाहिए और क्यों जलानी चाहिए?
गाड़ियों में हैजर्ड लाइट एक विशेष उद्देश्य के कारण दी जाती है। आपको कार के डैशबोर्ड पर एक लाल कलर का हैजर्ड लाइट का बटन दिखाई देगा। इसे दबाने के बाद कार के चारों इंडिकेटर एक साथ जलने और बुझने लगते है।
लेकिन आपको बता दे कि हैजर्ड लाइट का इस्तेमाल ढूंढो और बरसात में करना खतरनाक हो सकता है क्योंकि इससे आमने-सामने चल रहे वाहनों को देखने में दिक्कत होती है। इन्हे आप दाएं या बाएं तरफ जाने के लिए इंडिकेटर दबाने जैसा इस्तेमाल नहीं कर सकते।
अगर आप सड़क पर जा रहे हैं और आपके सामने एक्सीडेंट हो गया है तो इमरजेंसी में हैजर्ड लाइट का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आपके पीछे चल रहे वाहनों को वार्निंग मिल जाएगी कि आगे कुछ खतरा है और स्पीड स्लो करनी है।
इसके अलावा अगर आपकी गाड़ी में कोई खराबी आ जाती है और आपको गाड़ी साइड में रोकनी है तो इस लाइट का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर गाड़ी का टायर पंक्चर हो जाए तो गाड़ी को साइड में लगाकर हैजर्ड लाइट ऑन कर दें। इससे दूसरे वाहनों को पता चलेगा कि आपकी गाड़ी रुकी हुई है।
अगर आपकी गाड़ी किसी काफिले में चल रही है और स्लो स्पीड में है तो आपको हैजर्ड लाइट ऑन रखनी चाहिए। ताकि दूसरे वाहन भी इसे देखकर अपनी स्पीड स्लो कर लें।