Toll Tax Collection : देशभर में SH और NH के अलावा Expressway पर भी टोल प्लाजा बनाए जाते हैं और यहां लोगों को रुककर टोल टैक्स देना जरूरी होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि अच्छे सड़कों की सुविधा और यातायात को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए सरकार जो आपसे टोल टैक्स वसूल करती है, आखिर इसका क्या करती है? अगर आपको इस बारे में जानकारी नहीं है तो आज हम आपको इसी बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं।
क्यों लिया जाता है टोल?
टोल टैक्स सड़कों का निर्माण और उनके रखरखाव के लिए लिया जाता है। टोल से मिले पैसे का इस्तेमाल सड़कों को चौड़ा करने, पुलों और सुरंगों के निर्माण, सड़कों की मरम्मत, सड़क सिंबल्स और सिग्नल्स को लगाने और सड़कों की सफाई और रोशनी के लिए किया जाता है।
ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए टोल टैक्स
इसके अलावा यातायात की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलने के लिए भी टोल टैक्स लिया जाता है। बिजी सड़कों पर टोल टैक्स लगाने से वाहनों की संख्या कम हो सकती है और जाम कम होने से यात्रा में कम समय लगता है। टोल का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक टोलिंग सिस्टम और हाई-ऑक्युपेंसी वाहन (HOV) लेन जैसी तकनीकों को फंड देने के लिए भी किया जा सकता है, जो ट्रैफिक फ्लो को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
सार्वजनिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए टोल टैक्स
टोल टैक्स से प्राप्त पैसे का इस्तेमाल सार्वजनिक यातायात सिस्टम को सब्सिडी देने या पब्लिक ट्रांसपोर्ट के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए किया जाता है। ताकि लोग पर्सनल कारों की जगह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें, जिससे प्रदूषण और ट्रैफिक दोनों में कमी होगी।
इस कारण लिया जाता है टोल
टोल टैक्स इसलिए लिया जाता है ताकि सड़कों का इस्तेमाल करने वाले लोग उनकी मरम्मत और रखरखाव के लिए भुगतान करते है। सड़कों का इस्तेमाल अगर मुफ्त होता तो कुछ लोग उनका उपयोग किए बिना भी उनके लिए भुगतान करने को तैयार नहीं होते। टोल टैक्स इसलिए लिया जाता है ताकि सड़को इस्तेमाल करने वाला ही ये टैक्स भरे।