Nitin Gadkari : अब देश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले लोग जल्द ही केंद्र सरकार की कैशलेस उपचार सुविधा का फायदा ले सकेंगे। इस बारे में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री Nitin Gadkari ने कहा कि चंडीगढ़ और असम में सड़क दुर्घटना में पीड़ित हुए लोगों की मदद करने हेतु पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरुआत की गई है। उन्होंने बताया कि इस योजना में सड़क दुर्घटना के पीड़ितों के उपचार को शामिल किया जाएगा। चाहे वह किसी भी तरह की सड़क पर हुई हो।
केंद्र ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की मदद से भारत में सड़क दुर्घटनाओं से पीड़ित लोगों के लिए कैशलेस उपचार की योजना शुरू की गई है। इसकी घोषणा इसी साल मार्च में की गई थी। इसका उद्देश्य हर साल सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जिंदगी गंवाने वाले लोगों की जान बचाना है। भारत इस समय सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक मौतों वाले देशों में शीर्ष पर है। भारत में 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 1.68 लाख लोगों की मौत हुई है।
राज्यसभा में एक लिखित जवाब में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लिखा कि, ‘ किसी योजना के तहत पात्र पीड़ितों को आयुष्मान प्रधानमंत्री-जन आरोग्य योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज किया जाता है।
इसमें दुर्घटना की अवधि से अधिकतम 7 दिनों के लिए अधिकतम 1.5 लाख रुपये के ट्रॉमा और पॉलीट्रॉमा देखभाल से संबंधित स्वास्थ्य लाभ पैकेज दिए जाते हैं। भारत में अधिकतर सड़क दुर्घटनाओं में शुरुआती समय में पीड़ित पर ध्यान नहीं दिया जाता जिसके कारण उसकी मौत हो जाती है।
इस दौरान मोटर वाहन अधिनियम 164 बी के तहत कैशलेस उपचार की लागत मोटर वाहन दुर्घटना कोष से दी जाएगी। इस योजना को पूरे भारत में लागू करने के लिए NHA जिम्मेदार होगा। यह स्थानीय पुलिस, अस्पतालों, स्वास्थ्य एजेंसियों और सामान्य बीमा परिषद सहित विभिन्न हितधारकों के साथ समन्वय करेगा। इसके द्वारा डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से योजना के आवेदक के लिए दुर्घटना पर एक विस्तृत रिपोर्ट होगी।
साल 2022 में भारत में 4.61 लाख से ज़्यादा सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1.68 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 4.43 लाख लोग घायल हुए। केंद्र ने अब लक्ष्य 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को आधा करना है।