गाड़ी में भूलकर भी ना करे टैंक फुल- वरना होगा भारी नुकसान! यहां जान लीजिए…

Fuel Overflow : जब हम बाइक या कार से लंबी दूरी की यात्रा करने जा रहे हैं तो सबसे पहले आप इसमें फ्यूल भरवाने की सोचते हैं। ताकि रास्ते में आपको किसी प्रकार की परेशानी ना हो। इसलिए घर से निकलते ही आप सीधे पेट्रोल पंप पर जाते हैं और फ्यूल टैंक फुल करने के लिए बोलते हैं।

आपके कहने के बाद पेट्रोल पंप कर्मचारी बिना कुछ सोचे समझे फ्यूल टैंक फुल कर देता है। अगर आप भी अपनी गाड़ी का फ्यूल टैंक फुल करवाते है तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि आज हम आपको फ्यूल टैंक फुल करवाने के नुकसान बताने जा रहे है।

फ्यूल टैंक की कैपेसिटी

सभी कार और बाइक की फ्यूल टैंक कैपेसिटी अलग-अलग होती है। कुछ गाड़ी 25 लीटर के फ्यूल टैंक के साथ आती है तो कुछ का फ्यूल टैंक 35 लीटर कैपेसिटी का होता है। वहीं अगर बाइक की बात करें तो इनका फ्यूल टैंक 10-18 लीटर कैपेसिटी का आता है। ऐसे में कई बार पेट्रोल-डीजल भरने वाले कर्मचारियों की इसकी जानकारी नहीं होती, जिससे वो अधिक पेट्रोल-डीजल भर देते हैं।

फ्यूल टैंक फुल करवाने के नुकसान

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  • अगर आप बाइक या गाड़ी का फ्यूल टैंक फुल करवाते है तो सस्पेंशन के कारण फ्यूल ऊपर-नीचे होता है। इसलिए फ्यूल टैंक बड़ा होगा तो इसके लीक होने का खतरा रहता है। इसके अलावा ढलान वाली जगह पर से गाड़ी चलाने से भी फ्यूल लीक हो सकता है और इससे आग लगने का खतरा रहता है।
  • गर्मियों के मौसम में कभी भी फ्यूल टैंक फुल नहीं करवाना चाहिए क्योंकि तापमान बढ़ने के कारण हवा निकलने की जगह नहीं रहती। इससे हवा में मौजूद पेट्रोल गर्मी की वजह से स्पार्क कर सकता है और विस्फोट हो सकता है। इसलिए, टैंक में कम से कम 100 एमएल पेट्रोल की जगह रखनी चाहिए, ताकि हवा आसानी से निकल सके।
  • इसके अलावा फ्यूल से निकलने वाले वेपर को भी टैंक के अंदर रहने के लिए जगह की जरूरत होती है। अगर फ्यूल टैंक फुल होगा तो इसके लीक होने का खतरा रहता है। इसलिए हमेशा फ्यूल टैंक में 1 या 2 लीटर फ्यूल कम भरवाना चाहिए।