Electric Vehicle : भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की मांग तेजी से बढ़ रही है, लेकिन इनकी कीमतें अभी भी आम लोगों के लिए एक बड़ी बाधा बनी हुई हैं। इसी बीच, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ा ऐलान किया है, जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में भारी कमी आने की उम्मीद है।
बदलाव की ओर बढ़ता भारत
नितिन गडकरी ने बताया कि देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे ही यह कार्य पूरा होगा, इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों के बराबर या उनसे भी कम हो जाएंगी।
बैटरी की लागत में कमी से होगी राहत
गडकरी ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों की उच्च कीमतों का मुख्य कारण उनकी बैटरी होती है। वर्तमान में भारत में लीथियम-आयन बैटरी का उत्पादन सीमित है, जिससे इसकी लागत अधिक होती है। लेकिन सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है और जल्द ही लीथियम-आयन बैटरियों की कीमत में भारी गिरावट आने की संभावना है। जैसे ही बैटरियों की लागत कम होगी, इलेक्ट्रिक वाहनों के दाम भी नीचे आ जाएंगे और वे आम जनता के लिए अधिक सुलभ हो जाएंगे।
2030 तक भारत बनेगा EV उत्पादन में वैश्विक लीडर
गडकरी ने यह भी कहा कि भारत 2030 तक इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन के मामले में दुनिया का नंबर-1 देश बनने की ओर अग्रसर है। सरकार कई नीतियों और योजनाओं के तहत इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। देश में EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है, जिससे लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में आसानी होगी।