Car AC Dangerous : यूपी में एक शख्स ने कार का AC चालू किया और सो गया। लेकिन, इसके बाद वो उठ नहीं सका। ऐसा इसलिए क्योंकि बंद गाड़ी में AC चलाकर सोने से उसकी मौत हो गई थी। उसने बंद गाड़ी में AC चला लिया और फिर पेट्रोल खत्म होने से कार के अंदर कार्बन मोनोऑक्साइड बढ़ने से उसकी मौत हो गई।
अब लोगों के मन में ये सवाल जरूर आता है कि रात को कहीं गए हैं तो बंद गाड़ी में ऐसी चला कर सोने से क्या नुकसान होता है? आइये आपको बताते है कि ऐसा करना क्यों और कितना खतरनाक और जानलेवा हो सकता है?
कार का AC हो सकता है जानलेवा
बंद कार में ऐसी चला कर सोने से आपको जान का खतरा हो सकता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जिनके बारे में हम आपको आगे बताने जा रहे हैं। आपको हमेशा इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) का रिसाव
बंद गाड़ी में AC चलने पर अगर गाड़ी का इंजन, एग्जास्ट खराब हो तो जहरीली गैस कार्बन मोनोऑक्साइड का रिसाव होने लगता है। इस रंगहीन और गंधहीन गैस का पता लगाना मुश्किल है। ये खून में हीमोग्लोबिन से जुड़ जाती है, जिससे शरीर के अंगों तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है, जिसके कारण मौत हो सकती है।
ऑक्सीजन की कमी
बंद कार में एसी चलाने में अंदर की हवा अंदर ही घूमती रहती है। इसे अंदर की ऑक्सीजन खत्म होती है और कार्बन मोनोऑक्साइड बढ़ने लगती है। ऑक्सीजन की कमी से दम घुटने का खतरा होता है। ये स्थिति, “एस्फिक्सिया” (asphyxia) कहलाती है, इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जिनमें मौत भी शामिल है।
हवा के बहाव की कमी
अगर बंद गाड़ी में AC चलती है तो अंदर की हवा बाहर नहीं जा सकती है और ताजा हवा अंदर नहीं आती है। इसलिए एक बंद चेंबर में एसी चलाना खतरनाक है।
हीट स्ट्रोक का खतरा
कई बार लोग गाड़ी के दरवाजे और शीशे बंद कर AC चला लेते है और इससे अंदर का तापमान ज्यादा बढ़ने लगता है। इससे हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है और गर्मियों में यह जानलेवा हो सकता है।
स्लीपिंग पोजिशन और जागरूकता की कमी
कार में सोने के दौरान व्यक्ति की पोजिशन और जागरूकता की कमी भी जानलेवा साबित हो सकती है। गाड़ी में सोते समय आपकी पॉजिशन सही होनी चाहिए ताकि सांस लेने में आपको किसी प्रकार की दिक्कत ना हो।
बंद कार में AC चलाने पर इन बातों का रखें ध्यान
ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आप कुछ सावधानी अपना सकते हैं। आपको कभी ऐसी गलती नहीं करनी चाहिए।
- गाड़ी में CO डिटेक्टर लगाएं ताकि रिसाव का पता चल सके।
- गाड़ी में सोते समय एसी का इस्तेमाल न करें, और थोड़ी खिड़की खुली रखें ताकि हवा पास होती रहे।
- गाड़ी की रेगुलर सर्विस होनी चाहिए और एग्जास्ट सिस्टम की टेस्टिंग होनी चाहिए।
- गाड़ी को हमेशा सुरक्षित और वेंटीलेटेड जगह पर पार्क करना चाहिए।