ट्रैफिक जाम में आपने अक्सर देखा होगा कि कुछ खास गाड़ियों को बिना रुकावट निकलने दिया जाता है। कई बार ट्रैफिक पुलिस खुद ऐसी गाड़ियों के लिए रास्ता बनाती है। अब सवाल उठता है, आखिर ये गाड़ियां कौन सी होती हैं और क्यों इन्हें ट्रैफिक में रुकने से बचाया जाता है? इसका कारण इन गाड़ियों की नंबर प्लेट होती है, जो इन्हें विशेष पहचान और अधिकार देती है। आइए जानें, ऐसी गाड़ियों और उनकी नंबर प्लेट्स के पीछे का रहस्य।
1. VIP और सरकारी अधिकारियों की गाड़ियां
- इन गाड़ियों की नंबर प्लेट में कुछ खास होता है, जो उनकी पहचान बताता है।
- ये गाड़ियां अक्सर सरकारी अधिकारियों या वीआईपी व्यक्तियों की होती हैं।
- ट्रैफिक पुलिस इन्हें इसलिए रोकने से बचती है क्योंकि इन्हें विशेष कार्यों या जिम्मेदारियों के लिए छूट दी जाती है।
2. नीली नंबर प्लेट वाली गाड़ियां
- नीली नंबर प्लेट विशेष रूप से विदेशी दूतावासों (Embassies) और राजनयिक वाहनों को दी जाती है।
- इन गाड़ियों पर सफेद रंग में नंबर और अक्षर लिखे होते हैं।
- नीली नंबर प्लेट पर एक यूनिक कोड होता है, जो उस देश या संगठन का प्रतिनिधित्व करता है जिसका यह वाहन है।
3. राजनयिक रैंक और कोडिंग सिस्टम
- नीली नंबर प्लेट की शुरुआत में एक कोड होता है, जो वाहन के संबंधित देश या संगठन की पहचान करता है।
- इसके बाद लिखा हुआ कोड वाहन के मालिक की राजनयिक रैंक को दर्शाता है।
- ये गाड़ियां अक्सर दूतावास या अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा उपयोग में लाई जाती हैं।
4. सुरक्षा और विशेषाधिकार
- राजनयिक वाहनों को भारतीय ट्रैफिक नियमों में विशेष रियायत और सुरक्षा दी जाती है।
- इनके मालिकों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत कई विशेषाधिकार प्राप्त होते हैं।
- इन्हें ट्रैफिक में रोकने से बचा जाता है ताकि इनके काम में बाधा न आए।
विशेष नंबर प्लेट वाली गाड़ियां, जैसे वीआईपी, सरकारी अधिकारी, या राजनयिक वाहनों की, ट्रैफिक में आसानी से निकलने का अधिकार रखती हैं। इन गाड़ियों को यह विशेषाधिकार उनकी जिम्मेदारियों और सुरक्षा कारणों के आधार पर दिया जाता है। अगर आप कभी ट्रैफिक में ऐसी गाड़ियां देखें तो जान लें कि उनकी नंबर प्लेट ही उनकी विशेष पहचान का राज़ है।