Petrol vs Hybrid : अगर आप भी अपने लिए कोई कार खरीदने का विचार कर रहे हैं और हाइब्रिड कार और पेट्रोल इंजन (Petrol vs Hybrid) वाली कार में कंफ्यूज है तो आज हम आपकी इस कंफ्यूजन को दूर करेंगे। आज हम हाइब्रिड और पेट्रोल इंजन वाली कार के बीच अंतर और उनके फायदे व नुकसान बताने जा रहे हैं।
हाइब्रिड और पेट्रोल वाली कारों में ज्यादा अंतर तो नहीं देखने को मिलता लेकिन इनके इंजन में फर्क होता है। इसीलिए हाइब्रिड कारें पेट्रोल इंजन वाली कारों से ज्यादा माइलेज देती है।
हाइब्रिड कार के फायदे :
- हाइब्रिड कारें पेट्रोल कारों की तुलना में बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी प्रदान करती हैं, जिससे लंबी दूरी तय करने पर फ्यूल की बचत होती है।
- हाइब्रिड कारें कम प्रदूषण फैलाती है जिससे पर्यावरण को कम नुकसान होता है।
- बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी के कारण इनकी ऑपरेटिंग कॉस्ट कम होती है।
- हाइब्रिड कारें स्टॉप-एंड-गो ट्रैफिक में बेहतर प्रदर्शन करती हैं क्योंकि वे इलेक्ट्रिक मोड में स्विच कर सकती हैं।
हाइब्रिड कारों के नुकसान :
- हाइब्रिड कारों की शुरुआती कीमत काफी ज्यादा होती है। ये पेट्रोल कारों की तुलना में ज्यादा महंगी होती है।
- हाइब्रिड कारों का मेंटेनेंस काफी महंगा होता है। अधिकतर इसके रखरखाव और बैटरी बदलने में ज्यादा पैसा लगता है।
पेट्रोल कार के फायदे :
- पेट्रोल कार हाइब्रिड कार की तुलना में सस्ती होती है और इनका मेंटेनेंस भी हाइब्रिड कारों की तुलना में सस्ता होता है।
- पेट्रोल इंजन अक्सर हाइब्रिड इंजन की तुलना में अधिक टॉर्क और पावर जनरेट करता है, जिससे बेहतर ड्राइविंग अनुभव मिलता है।
पेट्रोल कार के नुकसान :
- पेट्रोल कार की फ्यूल एफिशिएंसी हाइब्रिड कारों की तुलना में कम होती है।
- दूसरी बात, पेट्रोल कार पर्यावरण को नुकसान पहुँचाती है क्योंकि ये प्रदूषण फैलाती है।