Auto Tips : भारतीय बाजार में लगभग पेट्रोल और डीजल इंजन वाले वाहन ही ज्यादा देखने को मिलते हैं।इनकी बिक्री में कभी उतार चढ़ाव देखने को मिलता है। लेकिन जब से इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में आए है तब से इन दोनों की ही बिक्री पर असर पड़ा है। लेकिन आज हम आपको बताने वाले है कि पेट्रोल और डीजल इंजन वाहनों में से कौनसा आपके लिए सही रहेगा?
ज्यादा फ्यूल की बचत
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पेट्रोल इंजन की तुलना में डीजल इंजन वाली कार हाईवे पर 24 फीसदी ज्यादा फ्यूल की बचत करती है। इस बात की जानकारी एक रिपोर्ट के द्वारा चली है। इसी कारण बड़े कमर्शियल वाहन अधिकतर डीजल इंजन का ही इस्तेमाल करते है।
रखरखाव की कम जरूरत
पेट्रोल इंजन में आपको ज्यादा देखभाल की जरूरत पड़ रही है जबकि डीजल इंजन में कुछ ऐसे उपकरण है जिन्हें कम देखभाल की जरूरत पड़ेगी। डीजल इंजन में स्पार्क प्लग नहीं दिया जाता है, इसलिए उसमें इलेक्ट्रिकल खराबी आने की संभावना कम है। इस वजह से इंजन से कम वेस्ट निकलता है और लागत भी कम रहती है।
बढ़िया एक्सेलेरेशन
डीजल इंजन बेहतर परफॉर्मेंस के लिए जाना जाता है जबकि इस आकार का पेट्रोल इंजन कम परफॉरमेंस देता है। इसके साथ ही डीजल इंजन में एक्सेलरेशन की पावर अच्छी मिलती है। डीजल इंजन में पिस्टन का लेवल ज्यादा होने स्वागत ये अधिक टॉर्क जनरेट करता है, इसलिए इसमें पावर भी अधिक होती है।
डीजल इंजन की बेहतर गुणवत्ता
पेट्रोल इंजन की तुलना में डीजल इंजन को बेहतर क्वालिटी के साथ तैयार किया जाता है। डीजल इंजन में पेट्रोल इंजन की तुलना में ज्यादा कंप्रेसशन होता है, इसलिए डीजल इंजन की लाइफ लंबी होती है। अंत में डीजल इंजन की बेहतर गुणवत्ता की वजह से ज्यादातर लोग इस विकल्प की ओर जाते हैं।